24 Oct 2020

*महाराणा प्रताप सेवा समिति✊🚩*
[क्रं.सं.०१]

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 24 अक्टूबर 2020*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - अश्विन*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि - अष्टमी सुबह 06:58 तक तत्पश्चात नवमी*
⛅ *नक्षत्र - श्रवण 25 अक्टूबर रात्रि 02:38 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
⛅ *योग - शूल 25 अक्टूबर रात्रि 12:42 तक तत्पश्चात गण्ड*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:32 से सुबह 10:57 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 06:38* 
⛅ *सूर्यास्त - 18:06* 
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - दुर्गाष्टमी, महानवमी, सरस्वती विसर्जन*
 💥 *विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *अष्टमी तिथि के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें, तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए* 🌷
🌙 *दशहरे से शरद पूनम तक चन्द्रमा की चाँदनी में विशेष हितकारी रस, हितकारी किरणें होती हैं । इन दिनों चन्द्रमा की चाँदनी का लाभ उठाना, जिससे वर्षभर आप स्वस्थ और प्रसन्न रहें । नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए दशहरे से शरद पूर्णिमा तक प्रतिदिन रात्रि में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा के ऊपर त्राटक (पलकें झपकाये बिना एकटक देखना) करें ।*
                         🙏🏻 
     🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞 

🌷 *दशहरे के दिन* 🌷
➡ *25 अक्टूबर 2020 रविवार को दशहरा, विजयादशमी (पूरा दिन शुभ मुहूर्त), संकल्प, शुभारम्भ, नूतन कार्य, सीमोल्लंघन के लिए विजय मुहूर्त (दोपहर 2:18 से 3:04 तक), गुरु-पूजन, अस्त्र-शस्त्र-शमी वृक्ष-आयुध-वाहन पूजन*
🙏🏻  *दशहरा के दिन शाम को जब सूर्यास्त होने का समय और आकाश में तारे उदय होने का समय हो वो सर्व सिद्धिदायी विजय काल कहलाता है |*
👉🏻 *उस समय घूमने-फिरने मत जाना | दशहरा मैदान मत खोजना ... रावण जलता हो देखकर क्या मिलेगा ? धूल उड़ती होगी, मिटटी उड़ती होगी रावण को जलाया उसका धुआं वातावरण में होगा .... गंदा वो श्वास में लेना .... धूल, मिटटी श्वास में लेना पागलपन है |*  
*ये दशहरे के दिन शाम को घर पे ही स्नान आदि करके, दिन के कपडे बदल के शाम को धुले हुए कपडे पहनकर ज्योत जलाकर बैठ जाये | थोडा*
🌷 *" राम रामाय नम: ।  "*
🙏🏻 *मंत्र जपते, विजयादशमी है ना तो रामजी का नाम और फिर मन-ही-मन  गुरुदेव को प्रणाम करके गुरुदेव सर्व सिद्धिदायी विजयकाल चल रहा है की हम विजय के लिए ये मंत्र जपते है -*
🌷 *"ॐ अपराजितायै नमः "*
➡ *ये मंत्र १ - २ माला जप करना और इस काल में श्री हनुमानजी का सुमिरन करते हुए इस मंत्र की एक माला जप करें :-*
🌷 *"पवन तनय बल पवन समाना, बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना ।*
*कवन सो काज कठिन जग माहि, जो नहीं होत तात तुम पाहि ॥"*
🙏🏻 *पवन तनय समाना की भी १ माला कर ले उस विजय काल में, फिर गुरुमंत्र की माला कर ले । फिर देखो अगले साल की दशहरा तक गृहस्थ में जीनेवाले को बहुत-बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते है |*       
🕉🐚⚔🚩🌞✊⚔🌷🙏🏻

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